जुही जबसे मैने देखा तुझे राहों में - The Indic Lyrics Database

जुही जबसे मैने देखा तुझे राहों में

गीतकार - अंजुम | गायक - देवांग पटेल | संगीत - देवांग पटेल | फ़िल्म - जूही | वर्ष - 1997

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जूही जब से मैने देखा तुझे राहों में
उसी पल तू ही आ गई निगाहों में
मन कहता तुझे भर लूँ मैं बाहों में
दिल रहता मेरा तेरी ही पनाहों में
तेरी आँखों का जादू छा गया मेरी नींद खो गई
ना जाने ये मुझको क्या हुआ अनहोनी हो गई
जूही जब से ...वो रुत भी नशीली थी वो शाम भी सुरीली थी
निगाहें जब मिली थीं जूही की कली खिली थी
हवा जो पुरवाई थी ज़ुल्फ़ें लहराई थीं
बदरिया छाई थी बरखा तब आई थी
जूही जब से ...बदन भीगा सारा था अनोखा सा नज़ारा था
वो रुत का इशारा था मैं दिल मेरा हारा था
वो सपना सलोना था हुआ जो वही होना था
ये दिल का खिलौना था मुझे तो इसे खोना था
जूही जब से ...