मुझे देखोगे जहाँ तकी - The Indic Lyrics Database

मुझे देखोगे जहाँ तकी

गीतकार - | गायक - सुरेश वाडेकर | संगीत - रवींद्र जैन | फ़िल्म - राम तेरी गंगा मैली | वर्ष - 1985

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ओ होऽ
मुझको देखोगे जहाँ तक
मुझको पाओगे वहाँ तक
रास्तों से कारवाँ तक
इस ज़मीं से आसमाँ तक
मैं ही मैं हूँ, मैं ही मैं हूँ
दूसरा कोई नहींमुझको देखोगे जहाँ तक
मुझको पाओगे वहाँ तक
रास्तों से कारवाँ तक
इस ज़मीं से आसमाँ तक
हो मैं ही मैं हूँ, मैं ही मैं हूँ
दूसरा कोई नहींतेरी मुहब्बत ने रखा है मेरे सर पर ताज -२
इस धरती पर तेरा-मेरा मिलन हुआ है आज
मिल गया सब कुछ मुझे लब पर दुआ कोई नहींहो मैं ही मैं हूँ, मैं ही मैं हूँ
दूसरा कोई नहीं
मुझको देखोगे जहाँ तक
मुझको पाओगे वहाँ तक
रास्तों से कारवाँ तक
इस ज़मीं से आसमाँ तक
मैं ही मैं हूँ, मैं ही मैं हूँ
दूसरा कोई नहींतू जो चला है डाल के मेरे हाथ में अपना हाथ -२
सारी फ़ज़ायें चारों दिशायें अब हैं मेरे साथ
मुझ तलक आये न जो वो रास्ता कोई नहींहो मैं ही मैं हूँ, मैं ही मैं हूँ
दूसरा कोई नहीं
मुझको देखोगे जहाँ तक
मुझको पाओगे वहाँ तक
रास्तों से कारवाँ तक
इस ज़मीं से आसमाँ तक
मैं ही मैं हूँ हो मैं ही मैं हूँ
दूसरा कोई नहीं