बुद्धु पद गया पल्ले - The Indic Lyrics Database

बुद्धु पद गया पल्ले

गीतकार - वर्मा मलिक | गायक - लता मंगेशकर | संगीत - लक्ष्मीकांत, प्यारेलाल | फ़िल्म - अनहोनी | वर्ष - 1973

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ऊँ आ
बुद्धू पड़ गया पल्ले
पल्ले मेरे पड़ गया पल्ले
ओ बुद्धू पड़ गया पल्ले
पल्ले मेरे पड़ गया पल्ले
के मेरा ज़ोर न चले
हो बीती जाये बरखा की रात
बादल बरसे हाय हाय
मेरा मन तरसे हाय हाय
बादल बरसे हाय हाय
मेरा मन तरसे हाय हाय हाय हाय हाय
आग लगाये बरसात
ओ बुद्धू पड़ गया पल्ले
पल्ले मेरे पड़ गया पल्लेमैं तुझपे जान लुटाई
मैं तुझसे प्रीत लगाई
मैं अपना समझा तुझको
है निकला तू हरजाई
मैं तुझपे
मैं तुझपे जान लुटाई
मैं तुझसे प्रीत लगाई
मैं अपना समझा तुझको
है निकला तू हरजाई
देख तेरी आँखों में
एक हूँ मैं लाखों में
बातों में टाली मेरी बात
ओ बुद्धू पड़ गया पल्ले
पल्ले मेरे पड़ गया पल्लेमुझे पूरा यक़ीं है
तेरा दिल और कहीं है
बता दे आज इतना
के मुझमें क्या कमीं है
मुझे
मुझे पूरा यक़ीं है
तेरा दिल और कहीं है
बता दे आज इतना
के मुझमें क्या कमीं है
पूछे नहीं हाल करे न ख़याल -२
परसा मुझे है सारी बात
बुद्धू पड़ गया पल्ले
पल्ले मेरे पड़ गया पल्ले
के मेरा ज़ोर न चले
हो बीती जाये बरखा की रात
बादल बरसे हाय हाय
मेरा मन तरसे हाय हाय हाय हाय हाय
आग लगाये बरसात
बुद्धू पड़ गया पल्ले
पल्ले मेरे पड़ गया पल्ले