डोलि चड्ढियां महियां हीर चीखा - The Indic Lyrics Database

डोलि चड्ढियां महियां हीर चीखा

गीतकार - दिलीप ताहिरो | गायक - अनुराधा पौडवाल | संगीत - राम लक्ष्मण | फ़िल्म - महबूब मेरे महबूब | वर्ष - 1992

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डोली चढ़दियां माहियां हीर चीखा
मुझे ले चले बाबुल ले चले वे
ऐ मुझे रोक ले बाबुल हीर कहे
ऐ डोली बैरी कहार अज ले चले वे
दिन चार ना रज आराम पाया
दुख दर्द मुसीबतां सह चले वे
मेरा कहा सुना सब माफ़ करना
पंज रोज तेरे घर रह चली वे
तेरे बाजों जीना मुश्किल है
असी हंजुआं विच बह चले वे
तेरे नाल ही रांझणा मौत आए
असां रो रो दुखड़ा कह चले वे
ले के रांझणा रब नूं सौंपिया अज
असां जालणा दे बस पे गाए वे
रही प्यार की झोली मेरी खाली
असां कुंज वी नाल ना ले चले वे