हे माई जब जब पीर पदी ओ अंबे मय्या: - The Indic Lyrics Database

हे माई जब जब पीर पदी ओ अंबे मय्या:

गीतकार - कमर जलालाबादी | गायक - मोहम्मद रफ़ी, मुकेश | संगीत - कल्याणजी, आनंदजी | फ़िल्म - जौहर महमूद इन हांगकांग | वर्ष - 1971

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र : हे मई जब-जब पीर पड़ी भगतन पर तूने सुनी पुकार
मु : हे मई जिसकी रक्षा तू करे उसे क्या मारे संसार
दो : उसे क्या मारे संसारर : हे आयो-आयो नवरात्रि त्यौहार ओ अम्बे मैया
को : तेरी जय-जयकार हो अम्बे मैया तेरी जय-जयकार
मु : हे ( कर दे कर दे भक्तों का बेड़ा पार ) -२ ओ अम्बे मैया
को : तेरी जय-जयकार ...र : हम तो बालक तेरे माता और तू जीवन दाता है
को : और तू जीवन दाता है
मु : कोई उसको छू नहीं पाता तेरी शरन जो आता है
को : तेरी शरन जो आता है
र : हो आई सिंह पे सवार तेरी शक्ति अपार
तुझे अम्बे जगदम्बे जग सारा जाने रे
को : हो जग सारा जाने रे
मु : आज अपना आज अपना दिखा दे चमत्कार
को : हो आज अपना आज अपना दिखा दे चमत्कार हो अम्बे मैया
र : कर दे कर दे ...र : विपदा में है देश हमारा तू ही बचाने वाली है
को : तू ही बचाने वाली है
मु : आँचल में ये दीप छुपा ले आँधी आने वाली है
को : आँधी आने वाली है
र : हो बैरी पीछे पड़े हमें घेरे खड़े
तुझे अम्बे जगदम्बे जग सारा जाने रे
को : हो जग सारा जाने रे
मु : देशद्रोही की कर दे बंटाधार अम्बे मैया
को : हो अम्बे मैया
र : कर दे कर दे ...र : चारों खाने चित्त है दुश्मन उसने हमको मान लिया
को : उसने हमको मान लिया
मु : नाचो गाओ मौज मनाओ मैया ने कल्याण किया
को : मैया ने कल्याण किया
र : हे ऐसी देवी ने आज रखी भक्तों की लाज
तुझे अम्बे जगदम्बे जग सारा जाने रे
को : हो जग सारा जाने रे
मु : नहीं भूलेंगे तेरा उपकार
को : हो नहीं भूलेंगे तेरा उपकार हो अम्बे मैया
आयो-आयो नवरात्रि ...