मैं टू आरती उतरुन रे संतोशी माता कि - The Indic Lyrics Database

मैं टू आरती उतरुन रे संतोशी माता कि

गीतकार - प्रदीप | गायक - सहगान, उषा? | संगीत - सी अर्जुन | फ़िल्म - जय संतोषी मां | वर्ष - 1975

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उ:मैं तो आरती उतारूँ रे सन्तोषी माता की-२
जय जय सन्तोषी माता जय जय माँ-२बड़ी ममता है बड़ा प्यार माँ की आँखों में
को: माँ की आँखों में
उ:बड़ी करुणा माया दुलार माँ की आँखों में
को: माँ की आँखों में
उ:क्यूं ना देखूं मैं बार.म्बार माँ की आँखों में
दिखे हर घड़ी, दिखे हर घड़ी नया चमत्कार माँ की आँखों में
को: माँ की आँखों में
उ:हो न्रित्य करूँ झूम-झूम, झम झमाझम झूम-झूम
को: न्रित्य करूँ झूम-झूम, झम झमाझम झूम-झूम
उ:झाँकी निहारूँ रे, ओ बाँकी बाँकी झाँकी निहारूँ
रे
को: मैं तो आरती ...उ:सदा होती है जयजयकार माँ के मंदिर में
को: माँ के मंदिर में
उ:नित झाँझर की होए झंकार माँ के मंदिर में
को: माँ के मंदिर में
उ:सदा मंजीर करते पुकार माँ के मंदिर में
वरदान के, वरदान के भरे हैं भंडार माँ के मंदिर में
को: माँ के मंदिर में
उ:दीप धरूँ धूप धरूँ, प्रेम सहित भक्ति करूँ
जीवन सुधारूँ रे, ओ प्यारा प्यारा जीवन सुधारूँ रे
को: मैं तो आरती ...