तू हुस्न है मैं इश्क हुन - The Indic Lyrics Database

तू हुस्न है मैं इश्क हुन

गीतकार - साहिर लुधियानवी | गायक - आशा भोंसले, महेंद्र कपूर | संगीत - रवि | फ़िल्म - हमराज़ | वर्ष - 1967

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तू हुस्न है मैं इश्क़ हूँ, तू मुझ में है मैं तुझ में हूँ
मैं इसके आगे क्या कहूँ, तू मुझ में है मैं तुझ में हूँम:ओ सोनिये
ल:ओ मेरे महिवाल
म:आजा ओय आजा
ल:पार नदी के मेरे यार का डेरा
म:तेरे हवाले रब्बा दिल्बर मेरा
ल:रात बला की बढ़ता जाए, लहरों का घेरा
कसम ख़ुदा की आज है मुश्किल मिलना मेरा
दोनो:खैर करी रब्बा
साथ जियेंगे साथ मरेंगे यही है फ़सानाल: कहाँ सलीम का, रुतबा कहाँ अनारकली -२
ये ऐसी शाख-ए-तमन्ना है, जो कभी न फली -२
म: न बुझ सकेगी बुझाने से, अह्ल-ए-दुनिया के -२
वो शमा जो तेरी आँखों में, मेरे दिल में जली -२
ल: हुज़ूर एक न एक दिन ये बात आएगी -२
के तख़्त-ओ-ताज भले हैं के एक कनीज़ भली -२
म: मैं तख़्त-ओ-ताज को ठुकरा के तुझको ले लूँगा -२
के तख़्त-ओ-ताज से तेरी गली की ख़ाक़ भली -२
दोनो: साथ जियेंगे साथ मरेंगे यही है फ़साना -२