सय्यां ने उंगालि मरोरी रे - The Indic Lyrics Database

सय्यां ने उंगालि मरोरी रे

गीतकार - डी एन मधोकी | गायक - राजकुमारी | संगीत - खुर्शीद अनवर | फ़िल्म - परवाना | वर्ष - 1947

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सैयाँ ने उंगली मरोरी रे
राम-कसम सरमा गई मैं
मइका बुलायें जोरा-जोरी रे
राम-कसम सरमा गई मैंसैयाँ ने उंगली मरोरी रे
राम-कसम सरमा गई मैं
हो मइका बुलायें जोरा-जोरी रे
राम-कसम सरमा गई मैंबड़े बइमान हैं सैयाँ हमारे
सब देखें वो करें इसारे -२
बोलें चल आ जा चोरी-चोरी रे
राम-कसम सरमा गई मैं
ओ बोलें चल आ जा चोरी-चोरी रे
राम-कसम सरमा गई मैंसैयाँ ने उंगली मरोरी रे
राम-कसम सरमा गई मैं
हो मइका बुलायें जोरा-जोरी रे
राम-कसम सरमा गई मैंनटखत मोरे निकट मत आना
ऊँगली झटक नहीं हाथ दबाना -२
दुखे कलाई गोरी-गोरी रे
राम-कसम सरमा गई मैं
ओ दुखे कलाई गोरी-गोरी रे
राम-कसम सरमा गई मैंसैयाँ ने उंगली मरोरी रे
राम-कसम सरमा गई मैं
हो मइका बुलायें जोरा-जोरी रे
राम-कसम सरमा गई मैंओ एक न मानी मोरी सैयाँ नादान ने -२
हाथ पकड़ गरवा में डारे बेइमान ने -२
चोली मसक गई मोरी रे
राम-कसम सरमा गई मैं
ओ चोली मसक गई मोरी रे
राम-कसम सरमा गई मैंहो मइका बुलायें जोरा-जोरी रे
राम-कसम सरमा गई मैंसैयाँ ने उंगली मरोरी रे
राम-कसम सरमा गई