जवां तुम हो जवां हम हैं - The Indic Lyrics Database

जवां तुम हो जवां हम हैं

गीतकार - हसरत जयपुरी | गायक - मोहम्मद रफ़ी | संगीत - शंकर, जयकिशन | फ़िल्म - दुनिया | वर्ष - 1968

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जवान तुम हो, जवान हम हैं
ये प्यार तुम से हो गया है
मिलन का इक पल, ग़ज़ब खुदा का
जिगर में नश्तर चुभ गया हैये गमर् रेती ये पाँव नाज़ुक
अजी न जाओ, पड़ेंगे छाले
मेरी उम्मीदों का तुम हो सूरज
तुम्हारे दम से हैं ये उजाले
जवान तुम हो ...वो ठण्डी लहरों में कब है ठण्डक
जो मेरे सीने की आग में है
वो गीत मौजों में कब मिलेगा
जो मेरे साँसों के राग में है
जवान तुम हो ...न आगे जाओ, है गहरा पानी
फिर उसपे शोला है ये जवानी
तुम्हरे तपते हुए बदन से
लगेगेई जल में अगन सुहानी
जवान तुम हो ...