देस परेड हैं कुशियां याहिन पे मिलेंगी हमें रे - The Indic Lyrics Database

देस परेड हैं कुशियां याहिन पे मिलेंगी हमें रे

गीतकार - अमित खन्ना | गायक - किशोर कुमार | संगीत - राजेश रोशन | फ़िल्म - देस परदेस | वर्ष - 1978

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देस परदेस,
अरे खुशियाँ, यहीं पे, मिलेंगी हाँ मेरे
अपना है अपना, ये देस परदेसवही पुराने हैं
वही पुराने हैं, सारे फसाने, नया है लेकिन जहाँ
अरे रस्ते नये हैं, ये मन्ज़िल नई है,
लेकिन वही आसमाँ
तेरा ना मेरा, अपना है अपना
ये देस परदेसअकेला नहीं हूँ मैं
अकेला नहीं हूँ मैं, तेरे बिना, संग मेरे तेरी याद है
मिलकर खिलें फूल हर रंग के, बस यही मेरी फरियाद है
सपना है सपना
ये देस परदेस...