कान्हा रे कान्हा रे तूने लाखो रास रचाए - The Indic Lyrics Database

कान्हा रे कान्हा रे तूने लाखो रास रचाए

गीतकार - Nil | गायक - लता मंगेशकर | संगीत - सोनिक ओमी | फ़िल्म - ट्रक ड्राइवर | वर्ष - 1970

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कान्हा रे कान्हा रे तूने लाखो रास रचाए
फिर काहे तोसे और किसी का प्यार न देखा जाए
सुनी ज़िन्दगानी मजबूर है जवानी
कैसे तूफ़ां में ला कर छोड़ा रे
प्यार मेरा लूटा संसार मेरा लूटा
टूटा दिल तूने क्यों फिर तोड़ा रे
छिन गई प्रीत मेरी
देख ली रीत तेरी
श्यामा रे तूने जलते दीप बुझाये
कान्हा रे कान्हा
देनी थी जुदाई तो प्रीत क्यों बनाई
तूने कैसी ये की मनमानी रे
राधा कितना रोयी है मीरा खोई खोई
तूने नारी की पीर न जानी रे
जब यही काम तेरा कौन ले नाम तेरा
तू प्रेमी कैसा प्रेमीओं को तड़पाये
कान्हा रे कान्हा