दो बिछड़े हुए दिलो - The Indic Lyrics Database

दो बिछड़े हुए दिलो

गीतकार - शकील बदायुँनी | गायक - लता मंगेशकर, जी.एम. दुर्रानी | संगीत - गुलाम मोहम्मद | फ़िल्म - शायर | वर्ष - 1949

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ग्म्द:दो बिछड़े हुए
(दो बिछड़े हुए दिल,आपस में गये मिल)-२
अर्मानों की नगरी में हुआ आज सवेरा
दो बिछड़े हुए
लत:(लो तुमसे मिले हम,सब दिल के मिटे ग़म)-२
खुश होके मुहब्बत ने किया दिल में बसेरा
लो तुम्से मिलेग्म्द:(कम हो ना घड़ी भर के लिये,घड़ी भर के लिये
अपनी मुहब्बत,अपनी मुहब्बत)-२
लत:तुम आये जो
(तुम आये जो आँखों में तो चमकी मेरी क़िस्मत)-२
ग्म्द:क़िस्मत के चमक्ते ही दूर हुअ अन्धेरा
दो बिछड़े हुए थ्रेए दोत्सलत:(हम प्यार की मन्ज़िल से कभी,मन्ज़िल से कभी
दूर न होंगे,दूर न होंगे)-२
ग्म्द:अर्मां भरे
(अर्मां भरे दिल,कभी मजबूर न होंगे)-२
लत:आबाद रहे अपनी तमन्नओं का डेरा
बोथ:आबाद रहे अपनी तमन्नओं का डेरा
दो बिछड़े हुए थ्रेए दोत्स