गीतकार - पी एल संतोषी | गायक - | संगीत - शिवराम कृष्ण | फ़िल्म - तीन बत्ती चार रास्ता | वर्ष - 1953
View in Romanये सास सुसर का घरवा बहुरिया
सास सुसर का घरवा
याँ चलहिं न तेहरा नखरवा बहुरिया
चलहिं न तेहरा नखरवा
हो
भोर भये तू चक्की चलावे
हो चक्की चलावे हो चक्की चलावे हो चक्की चलावे
फिर जाये पानी भरवा बहुरिया
जाये पानी भरवा
हो
ऐसी बहुत एक आग लगी जो
बस कर ले मोरा बिटुवा रे
बिटुवा काम करे खेतन में
और घर में बहुरिया लिटवा रे
याँ चलहिं न तेरा नखरवा बहुरिया
चलहिं न तेरा नखरवा
ये सास सुसर का घरवा