गीतकार - पं. बी सी माधुरी | गायक - हेमंत कुमार | संगीत - दुर्गा सेन | फ़िल्म - अविस्मरणीय हेमंत कुमार (गैर फिल्म) | वर्ष - 1947
View in Romanजग बीती दुनिया कहती है
मैं अपनी बीती कहती है
कोई सुन ले रे कोई सुन ले रे
कोई सुन ले रेआँखें जिसको चाहे उसको प्यार कभी न करना रे
दिल की दुनिया उजड़ जाएगी प्रीत से हरदम डरना रे
कोई सुन ले रे कोई सुन ले रे
कोई सुन ले रेदो नैनों के कुछ बूँदों में जीवन ज्वाला जलती हैं
आँखें जब रोती हैं दुनिया की नज़र बदलती है
कोई सुन ले रे कोई सुन ले रे
कोई सुन ले रेदिल लेकर लाखोँ जाते हैं पर देनेवाला कोई नहीं
मर मिटने की सब कहते हैं पर मरनेवाला एक नहीं
कोई सुन ले रे कोई सुन ले रे
कोई सुन ले रेजग बीती दुनिया कहती है ...