रिम झिम के गीत सावन गाए हाय: - The Indic Lyrics Database

रिम झिम के गीत सावन गाए हाय:

गीतकार - ताज भोपाली | गायक - आशा भोंसले | संगीत - लक्ष्मीकांत, प्यारेलाल | फ़िल्म - आंसू बन गए फूल | वर्ष - 1969

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रिमझिम के गीत सावन गाए हाए
भीगी भीगी रातों में
रिमझिम के गीत सावन गाए हाए
भीगी भीगी रातों में

होठों पे बात जी की आए हाए
भीगी भीगी रातों में

हो ओ.. ओ..
तेरा मेरा पूछे नाता
बड़ी वो ये घटा घनघोर है
चुप हूँ ऐसे, मैं कह दूँ कैसे
मेरा साजन नहीं तू कोई और है

के तेरा नाम होठों पे मेरे
तेरे सपने मेरी आँखों में
के रिमझिम के गीत सावन गाए हाए
भीगी भीगी रातों में

मेरा दिल भी है दीवाना
तेरे नैना भी हैं नादान से
कुछ न सो..चा कुछ न दे..खा
कुछ भी पूछा न एक अनजान से

चल प..ड़े साथ हम कैसे ऐसे
बनके साथी राहों में
के रिमझिम के गीत सावन गाए हाए
भीगी भीगी रातों में

बड़ी लम्बी जी की बातें
बड़ी छोटी ये बरखा की रात जी
कहना क्या.. है सुनना क्या.. है
कहने सुनने की अब क्या है बात जी

बिन कहे, बिन सुने दिल ने दिल से
कर ली बातें बातों में
के रिमझिम के गीत सावन गाए हाए
भीगी भीगी रातों में
रिमझिम के गीत सावन गाए हाए
भीगी भीगी रातों में
हम्म.. हम्म..