यूँ हसरतों के दाग मोहब्बत में धो लिये - The Indic Lyrics Database

यूँ हसरतों के दाग मोहब्बत में धो लिये

गीतकार - जावेद अख्तर | गायक - लता मंगेशकर | संगीत - मदन मोहन | फ़िल्म - स्वदेस | वर्ष - 2004

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यूँ हसरतों के दाग़ मोहब्बत में धो लिये
खुद दिल से दिल की बात कही और रो लिये
घर से चले थे हम तो खुशी की तलाश में
ग़म राह में खड़े थे वो ही साथ हो लिये
मुरझा चुका है फिर भी ये दिल फूल ही तो है
अब आप की खुशी इसे काँटों में तोलिये
होठों को सी चुके तो ज़माने ने ये कहा
ये चुप सी क्यों लगी है अजी कुछ तो बोलिये