ये ज़िन्दगी उसीकी है, जो किसीका हो गया - The Indic Lyrics Database

ये ज़िन्दगी उसीकी है, जो किसीका हो गया

गीतकार - संदीप नाथ | गायक - लता मंगेशकर | संगीत - सी. रामचंद्र | फ़िल्म - सांवरिया | वर्ष - 2009

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ये ज़िन्दगी उसीकी है, जो किसीका हो गया
प्यार ही में खो गया
जो दिल यहाँ न मिल सके, मिलेंगे उस जहान में
खिलेंगे हसरतों के फूल जा के आसमान में
यह ज़िंदगी चली गई जो प्यार में, तो क्या हुआ
सुनाएगी ये दास्तां, शमा मेरे मज़ार की
फिजा में भी खिली रही, यह कली अनार की
इसे मज़ार मत कहो, यह महल है प्यार का
ऐ ज़िंदगी की शाम, आ तुझे गले लगाऊं मैं
तुझी में डूब जाऊं मैं, जहां को भूल जाऊं मैं
बस इक एक नजर मेरे सनम, अलविदा अलविदा