कजरा लगा के रे बिन्दिया सजा के - The Indic Lyrics Database

कजरा लगा के रे बिन्दिया सजा के

गीतकार - मजरूह सुल्तानपुरी | गायक - लता मंगेशकर | संगीत - लक्ष्मीकांत प्यारेलाल | फ़िल्म - जल बिन मछली, नृत्य बिन बिजली | वर्ष - 1971

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कजरा लगा के रे बिन्दिया सजा के
हो आई मैं तो आई रे आई
मोहे लाई मिलन धुन पिया की
लहर लेती चाल देती अधर ताल
ए तुम ना बोलोगे, तुम ना बोलोगे ना बोलो ना बोलो
हम संग ना डोलोगे, संग ना डोलोगे ना डोलो ना डोलो
मैं भी बोलूंगी नहीं
तुम संग डोलूँगी नही
करूँ पर मैं क्या बस में नहीं जिया
लो मैं ही हारी रे
ए लो मैं ही हारी रे हारी रे हारी रे
भई तुमपे वारी रे
सैया तुमपे वारी रे, वारी रे, वारी रे
ए जी अब तो बोल दो
मान जाओ, अँखियाँ खोल दो
बलम जगो रे, गरवा लागो मोरे