कैसे कोई जाने भला ख्वाबों की ताबीर - The Indic Lyrics Database

कैसे कोई जाने भला ख्वाबों की ताबीर

गीतकार - आनंद बख्शी | गायक - मोहम्मद रफ़ी | संगीत - लक्ष्मीकांत प्यारेलाल | फ़िल्म - तकदीर | वर्ष - 1967

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कैसे कोई जाने भला ख्वाबों की ताबीर
आकाश पे बैठा हुआ लिखता है वो तक़दीर
किस रंग से जाने बने जीवन की तस्वीर
आकाश पे बैठा हुआ लिखता है वो तक़दीर
जिसको ख़ुशी से जीना हो ये बात वो जान ले
मर्ज़ी हो जो भगवान की हँसके उसे मान ले
जिस से बने लम्बी ख़ुशी है वो वही तदबीर
आकाश पे बैठा हुआ लिखता है वो तक़दीर
दो रोज़ की ये ज़िन्दगी किस चीज़ का नाम है
हर एक सुबह है बेख़बर अन्जान हर शाम है
किसको पता टूटे कहाँ साँसों की ज़ंजीर
आकाश पे बैठा हुआ लिखता है वो तक़दीर