तेरे सब गम मिले मुझको तुझे कुशियां जमाने की - The Indic Lyrics Database

तेरे सब गम मिले मुझको तुझे कुशियां जमाने की

गीतकार - प्रेम धवन | गायक - लता मंगेशकर | संगीत - अनिल बिस्वास | फ़िल्म - हमदर्द | वर्ष - 1953

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तेरे सब ग़म मिले मुझको तुझे ख़ुशियाँ ज़माने की
ग़िज़ा तुझे चाहिये आख़िर किसी से दिल लगाने कीमिटाकर मेरी दुनिया ओ तमाशा देखने वाले
तुझे मेरी मुबारक हो नई दुनिया बसाने कीउधर छेड़ी है फिर से एक ताज़ा दास्ताँ तूने
इधर तो इंतेहाँ होने को है मेरे फ़साने की