बोल सियावर गंगाघाट का पानी पिया हैं - The Indic Lyrics Database

बोल सियावर गंगाघाट का पानी पिया हैं

गीतकार - राजिंदर कृष्ण | गायक - किशोर कुमार | संगीत - लक्ष्मीकांत, प्यारेलाल | फ़िल्म - पोंगा पंडित | वर्ष - 1975

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बोल सियावर रामचन्द्र की जय
पवनसुत हनुमान की जय
हर हर महादेव की जय
पार्वती के पति भगवती पांडे की जयगंगाघाट का पानी पिया है
अब सबको मैं पानी पिला दूँगा
मुझको भला समझते हो क्या
तुम्हें हरिद्वार पहुँचा दूँगा
गंगाघाट का पानी ...प्यार की बानी बोलने वाला बन जाए एक तमाशा
इस दुनिया में तो चलती है बस लाठी की भाषा
कौन है तोला कौन है माशा ये भेद अभी समझा दूँगा
गंगाघाट का पानी ...दो शब्दों में कह देता हूँ इस दुनिया की कहानी
भोला हूँ मैं निर्बल नहीं दिन में भी तारे दिखा दूँगा
गंगाघाट का पानी ...तुमको सब कुछ नया मुबारक़ हमको वही पुराना
देखो गोरी है बाली उमरिया सोच के पाँव बढ़ाना
वह तो मीत एक रात के मैं तो संग-संग उमर बिता दूँगा
गंगाघाट का पानी ...