कोई सूरत नहीं आंखों में तेरी सूरत के सिवा - The Indic Lyrics Database

कोई सूरत नहीं आंखों में तेरी सूरत के सिवा

गीतकार - फैज़ अनवर | गायक - अलका याज्ञनिक, सोनू निगम | संगीत - संजीव दर्शन | फ़िल्म - प्यासा | वर्ष - 2002

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कोई सूरत नहीं आँखों में तेरी सूरत के सिवा
कोई हसरत नहीं इस दिल में तेरी हसरत के सिवा
कह रहा आज दिल अब तो जीना है मुश्किल इस मोहब्बत के सिवाजाने कब मैं बन बैठा तेरा दीवाना
शायद अपना दिल होगा कुछ आशिक़ाना
इस जहाँ से जुदा लग रहा तू मुझे
बस यही सोचकर दिल दिया है तुझे
मिल गई जबसे तू कुछ भी मांगा ना रब से तेरी उल्फ़त के सिवा
कोई सूरत नहीं ...अई अई या या अई अई या
रख देती हूँ अपना दिल राहों में तेरी
जीना है अब मुझको तो बाहों में तेरी
ज़िंदगी प्यार में मुस्कुराने लगी
जबसे तू मेरे दिल में समाने लगी
मैं तुझे चाहती हूँ कुछ भी चाहा ना मैने तेरी चाहत के सिवा
कोई सूरत नहीं ...