सावन का महीना, पवन करे सोर - The Indic Lyrics Database

सावन का महीना, पवन करे सोर

गीतकार - आनंद बख्शी | गायक - लता - मुकेश | संगीत - लक्ष्मीकांत प्यारेलाल | फ़िल्म - मिलन | वर्ष - 1967

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सावन का महीना, पवन करे सोर
जियारा रे झूमें ऐसे, जैसे बनमां नाचे मोर
राम गजब ढाये ये पुरवइया
नैय्या संभालो कित खोये हो खेवइया
पुरवइया के आगे चले ना कोई जोर
मौजवा करे क्या जाने हम को इसारा
जाना कहाँ है पूछें नदिया की धारा
मर्ज़ी है तुम्हारी ले जाओ जिस ओर
जीन के बलम बैरी गये हैं विदेसवा
आई है ले के उनके प्यार का संदेसवा
कारी, मतवारी घटायें घनघोर