साथिया, साथिया, पगले से दिल ने यह क्या किया - The Indic Lyrics Database

साथिया, साथिया, पगले से दिल ने यह क्या किया

गीतकार - स्वानंद किरकिरे | गायक - श्रेया घोषाल - अजय गोगावाले | संगीत - अजय-अतुल | फ़िल्म - सिंघम | वर्ष - 2011

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साथिया, साथिया, पगले से दिल ने यह क्या किया
चुन लिया,चुन लिया, तुझको दीवाने ने चुन लिया
दिल तो उड़ा उड़ा रे आसमान में बादलों के संग
यह तो मचल मचल के गा रहा है सुन नई सी धुन
बदमाश दिल तो ठग है बड़ा
बदमाश दिल यह तुझसे जुड़ा
बदमाश दिल मेरी सुने ना जिद पे अड़ा
अच्छी लगे दिलको मेरे हर तेरी बात रे
साया तेरा बनके चलूँ इतना है ख्वाब रे
काँधे पे सर रखके तेरे कट जाए रात रे
बीतेंगे दिन थामे तेरा हाथों में हाथ रे
यह क्या हुआ मुझे मेरा यह दिल फिसल फिसल गया
यह क्या हुआ मुझे मेरा जहां बदल बदल गया
नींदें नहीं चैना नहीं बदलूँ में करवटें
तारे गिनू या मैं गिनू चादर की सरवटे
यादों में तू ख़्वाबों में तू तेरी ही चाहतें
जाऊं जिधर ढूँढा करूँ तेरी ही आहटें
यह जो है दिल मेरा यह दिल सुनो ना कह रहा यही
वोह भी क्या ज़िन्दगी है ज़िन्दगी की जिसमें तू नहीं