सारी सारी रात तेरी याद सताए - The Indic Lyrics Database

सारी सारी रात तेरी याद सताए

गीतकार - फारुख कैसर | गायक - लता मंगेशकर | संगीत - रोशन | फ़िल्म - अजी बस शुक्रिया | वर्ष - 1958

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सारी सारी रात तेरी याद सताए
प्रीत जगाए हमें नींद न आए रे
एक तो बलम तेरी याद जलाए, दूजे चंदा आग लगाए
आग लगाए तेरी प्रीत जगाए रे, नींद न आए
तेरी लगन बनी रोग सावरियां, कैसे बीते बाली उमरियां
बाली उमर मोरी बड़ा तड़पाए रे, नींद न आए
प्रीत लगा के हुए तुम तो पराए, प्यास जिया की कौन बुझाए
कौन बुझाए कोई ये समझाए रे, नींद न आए