ख़ुशियों का ज़माना बीत गया - The Indic Lyrics Database

ख़ुशियों का ज़माना बीत गया

गीतकार - राजिंदर कृष्ण | गायक - सुरैया | संगीत - हुस्नलाल-भगतराम | फ़िल्म - अमर कहानी/ (कंचन 1955) | वर्ष - 1949

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ख़ुशियों का ज़माना बीत गया
मजबूर मुहब्बत रोती है रोती है
नाशाद है तू नाशाद हूँ मैं
क़िस्मत दोनों की सोती है सोती है
ख़ुशियों का ज़माना बीत गया
बरबाद उधर तेरा दिल है
रोती हैं इधर मेरी आँखें मेरी आँखें
वो कौन सी दुनिया है जिसमें
आबाद मोहब्बत होती है होती है
ख़ुशियों का ज़माना बीत गया
मजबूर मुहब्बत रोती है रोती है
ख़ुशियों का ज़माना बीत गया
तू ग़म की कहानी कहता जा
जो दर्द मिला है सहता जा सहता जा
ओ दर्द के मारे देखे जा
तक़दीर कहाँ तक सोती है सोती है
ख़ुशियों का ज़माना बीत गया
मजबूर मुहब्बत रोती है रोती है
ख़ुशियों का ज़माना बीत गया