ये शाम की तनहाइयाँ, ऐसे में तेरा ग़म - The Indic Lyrics Database

ये शाम की तनहाइयाँ, ऐसे में तेरा ग़म

गीतकार - आनंद बख्शी | गायक - किशोर कुमार | संगीत - शंकर जयकिशन | फ़िल्म - कटि पतंग | वर्ष - 1970

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ये शाम की तनहाइयाँ, ऐसे में तेरा ग़म
पत्ते कहीं खड़के, हवा आई तो चौंके हम
जिस राह से तुम आने को थे
उसके निशाँ भी मिटने लगे
आए ना तुम सौ-सौ दफ़ा, आए गए मौसम
सीने से लगा तेरी याद को
रोती रही मैं रात को
हालत पे मेरी चाँद तारे रो गए शबनम