मेरी तमन्नाओं की तकदीर तुम संवार दो - The Indic Lyrics Database

मेरी तमन्नाओं की तकदीर तुम संवार दो

गीतकार - इन्दीवर | गायक - मुकेश | संगीत - कल्याणजी आनंदजी | फ़िल्म - होली आई रे | वर्ष - 1970

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मेरी तमन्नाओं की तकदीर तुम संवार दो
प्यासी है ज़िन्दगी और मुझे प्यार दो
सारा गगन मंडप है, सारा जग बराती
मन के फेरे सच्चे, सच्चे हैं हम साथी
लाज का ये घूँघटपट, आज तो उतार दो
प्यासी है ज़िन्दगी और मुझे प्यार दो
धरती करवट बदले, बदले हर मौसम
प्रीत के पूजारी है बदलेंगे नहीं हम
पतझड़ सा जीवन है, प्यार की बहार दो
प्यासी है ज़िन्दगी और मुझे प्यार दो