फुल ये कहां से आए हैं - The Indic Lyrics Database

फुल ये कहां से आए हैं

गीतकार - फारूक कैसर | गायक - साधना सरगम, सहगान, किशोर कुमार | संगीत - राजेश रोशन | फ़िल्म - काश | वर्ष - 1987

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को: humming
सा: ( फूल ये कहाँ से आये हैं
कि: बोलूँ
सा: फल ये कहाँ से आये हैं
कि: बोलूँ
सा: पेड़ ये कहाँ से आये हैं
कि: ओ सुन मेरे बेटे जहाँ वाले ने
सब कुछ है बनाया जादू से
सा: कमाल है daddyजहाँ वाले ने
क्या ख़ूब बनाया जादू से ) -२कि: पानी है नदी में नदी दरिया में
दरिया सागर में
सा: मीठा-मीठा पानी बन जाये खारा
जा के समंदर मेंपानी है नदी में नदी दरिया में
दरिया सागर में
कि: मीठा-मीठा पानी बन जाये खारा
जा के समंदर में
सा: पानी कैसे बने खारा
कि: बोलूँ
सा: ये कौन करे सारा
कि: बोलूँ
सा: है कौन बड़ा न्यारा
कि: ए सुन मेरे बेटे जहाँ वाले ने
सब कुछ है छुपाया जादू से
सा: कमाल है daddyजहाँ वाले ने
क्या ख़ूब छुपाया जादू सेकि: रंगों वाली तितली पँखों वाले पंची
अच्छे लगते हैं
सा: बाग़ में चमन में सूने-सूने बन में
उड़ते-फिरते हैंरंगों वाली तितली पँखों वाले पंची
अच्छे लगते हैं
कि: बाग़ में चमन में सूने-सूने बन में
उड़ते-फिरते हैंसा: ये कैसे उड़ते हैं
कि: बोलूँ
सा: हवा में रहते हैं
कि: बोलूँ
सा: ये क्यूँ नहीं गिरते हैं
कि: ए सुन मेरे बेटे जहाँ वाले ने
सबको है उड़ाया जादू से
सा: कमाल है daddyजहाँ वाले ने
क्या ख़ूब उड़ाया जादू सेकि: ( फूल ये कहाँ से आये हैं
सा: बोलूँ
कि: फल ये कहाँ से आये हैं
सा: बोलूँ
कि: पेड़ ये कहाँ से आये हैं