ये रेशमी ज़ुल्फ़ें, ये शरबती आँखें - The Indic Lyrics Database

ये रेशमी ज़ुल्फ़ें, ये शरबती आँखें

गीतकार - जावेद अख्तर | गायक - मोहम्मद रफी | संगीत - लक्ष्मीकांत प्यारेलाल | फ़िल्म - 1942 ए लव स्टोरी | वर्ष - 1995

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ये रेशमी ज़ुल्फ़ें, ये शरबती आँखें
इन्हें देखकर जी रहे हैं सभी
जो ये आँखें शरम से झुक जाएंगी
सारी बातें यहीं बस रुक जाएंगी
चुप रहना, ये अफ़साना कोई इनको ना बतलाना
कि इन्हें देखकर पी रहे हैं सभी
जुल्फें मगरूर इतनी हो जाएंगी
दिल को तड़पाएंगी, जी को तरसाएंगी
ये कर देंगी दीवाना, कोई इनको ना बतलाना
कि इन्हें देखकर जी रहे हैं सभी
सारे इनकी शिकायत करते हैं
फिर भी इनसे मोहब्ब्त करते हैं
ये क्या जादू है जाने, फिर चाक गिरेबाँ दीवाने
इन्हें देखके सी रहे हैं सभी