घाट घाट मन पंछी बोलता वीणा सहस्रबुद्धे - The Indic Lyrics Database

घाट घाट मन पंछी बोलता वीणा सहस्रबुद्धे

गीतकार - कबीर | गायक - वीणा सहस्रबुद्धे | संगीत - | फ़िल्म - ? (गैर फिल्म) | वर्ष - 1988

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घट घट में पंछी बोलताआप ही दंडी, आप तराज़ू
आप ही बैठा तोलता
आप ही माली, आप बगीचा
आप ही कलियाँ तोड़तासब बन में सब आप बिराजे
जड़ चेतना में डोलता
कहत कबीरा सुनो भाई साधो
मन की घुंडी खोलता