खयालाँ विच जब तू आंदा हैं - The Indic Lyrics Database

खयालाँ विच जब तू आंदा हैं

गीतकार - जय वर्मा, स्वर्गीय हरचरण ढिल्लों | गायक - निथिका | संगीत - के सी लोय | फ़िल्म - मैं - एक भारतीय होने पर गर्व है | वर्ष - 2003

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जब सपनों में आ वे तू जानाँ
मैं घबरा के उठ जानेया
ए कि होया हुन्न की होया सी
ये सोच-सोच मर जानेया( कभी हीर बना शर्मांदा ए
कभी दिल रांझण बन जांदा ए ) -२
दिल जन मेरे मुस्कांदा ए
जब सामणे तू आ जांदा एख़यालाँ विच जब तू आंदा है
पलके भी मैं झपकांदी नाख़यालाँ विच जब तू आंदा है
ढोला मेरी सारी सवा नूँ तू महका देपलके भी मैं झपकांदी ना
ए तू मेरी नज़रों को कर दूर ना
जा वेख़यालाँ विच जब तू आंदा है
ढोला मेरी सारी सवा महका देपलके भी मैं झपकांदी ना
ए तू नज़रों को दूर ना
जा वे
ना जा वे -२नाहक़ किसी होर दे आंदा है
दिल लाक्खाँ क़समाँ खांदा हैऐ दिल
ऐ दिल तरे तरे आंदा है