बनवारी रे जीने का सहारा तेरा नाम रे - The Indic Lyrics Database

बनवारी रे जीने का सहारा तेरा नाम रे

गीतकार - हसरत जयपुरी | गायक - लता मंगेशकर | संगीत - शंकर जयकिशन | फ़िल्म - एक फूल चार कांटे | वर्ष - 1960

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बनवारी रे, जीने का सहारा तेरा नाम रे
मुझे दुनियावालों से क्या काम रे
झूठी दुनिया, झूठे बंधन, झूठी है ये माया
झूठा साँस का आना जाना, झूठी है ये काया
यहाँ साचों तेरो नाम रे, बनवारी रे ...
रंग में तेरे रंग गयी गिरधर, छोड़ दिया जग सारा
बन गयी तेरे प्रेम की जोगन लेकर मन इकतारा
मुझे प्यारा तेरा धाम रे, बनवारी रे ...
दर्शन तेरा जिस दिन पाऊँ, हर चिंता मिट जाये
जीवन मेरा इन चरणों में आस की ज्योत जलाये
मेरी बाह पकड़ लो शाम रे, बनवारी रे ..