सपनों के शहर, हम बनायेंगे घर - The Indic Lyrics Database

सपनों के शहर, हम बनायेंगे घर

गीतकार - रवींद्र पीपाटी | गायक - किशोर कुमार | संगीत - बप्पी लाहिड़ी | फ़िल्म - अहसास | वर्ष - 1979

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सपनों के शहर, हम बनायेंगे घर
पल भर में ये बना, ये गिरा
चाँदी का रंग, हीरे का रूप, घरपे मेरे सोने की धूप
कल तक जो था, होगा ना कल, दिल का मेरे शीशमहल
खो गयी रोशनी
घर को बना, दर को सजा, किसके लिए मैं हू खड़ा
तुम बेख़बर, मैं हूँ मगर, तनहा पड़ा पत्थर के घर
तु नही, कुछ नही
क्यो हो जुदा, मुझसे खफा, आ जाओ तुम, ना दो सज़ा
मौसम हँसे, गुलशन हँसे, घर पर मेरे आँगन हँसे
रो रहा दिल मेरा