बहका है मन कहीं भागे रे मन - The Indic Lyrics Database

बहका है मन कहीं भागे रे मन

गीतकार - इरशाद कामिलो | गायक - सुनिधि चौहान | संगीत - संदेश शांडिल्य | फ़िल्म - चमेली | वर्ष - 2004

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बहका है मन कहीं
कहाँ जानती नहीं
कोई रोक ले यहीं
भागे रे मन कहीं आगे रे मन
चला जाने किधर जानूं नाहाँ चले ठँडी हवा
हाँ संग मन भी गया
ढूंढूं मैं कहाँ उसको
बतलाए कोई मुझको
के हाँ हाँ हाँ रे
भागे रे मन...हाँ हाए ऐसा समा
हूँ फिर होगा कहाँ
जी लूं मैं इसे खुल के
सावन में ज़रा घुल के
अरे सुन सुन सुन
भागे रे मन...