सपने में सजन से दो बातें, एक याद रही, एक भूल गए - The Indic Lyrics Database

सपने में सजन से दो बातें, एक याद रही, एक भूल गए

गीतकार - राजेन्द्र कृष्ण | गायक - लता मंगेशकर | संगीत - मदन मोहन | फ़िल्म - गेटवे ऑफ इंडिया | वर्ष - 1957

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सपने में सजन से दो बातें
एक याद रही, एक भूल गए
एक रात मिलन की आई थी
और उस के बाद जुदाई थी
ग़म और खुशी की दो रातें
एक याद रही, एक भूल गए
एक सावन रुत लाई झूले
दूजी में सजन हमको भूले
देखी हैं यही दो बरसाते
एक याद रही, एक भूल गए
एक रोज तुम्हे दिल दे बैठे
फिर रोग बिरह का ले बैठे
ये प्यार की हैं दो सौगाते
एक याद रही, एक भूल गए