सब कुछ करना इस दुनिया में - The Indic Lyrics Database

सब कुछ करना इस दुनिया में

गीतकार - सरस्वती कुमार 'दीपक' | गायक - एस डी बातीश, आशा | संगीत - मदन मोहन | फ़िल्म - अदा | वर्ष - 1951

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सब कुछ करना इस दुनिया में
प्यार न करना भूल के
कभी किसी से अपनी आँखें
चार न करना भूल के
जी प्यार न करना भूल के
सब कुछ कहना ये मत कहना
प्यार न करना भूल के
नज़रें मिला के उल्फ़त से
इन्कार न करना भूल के
जी प्यार न करना भूल के
प्यार किया था परवाने ने
शमा ने उसको जला दिया
जलने का ही नाम है मिलना
प्यार ने उनको मिला दिया
मिलने की इस रीत को तुम
अख़्त्यार न करना भूल के
कभी किसी से अपनी आँखें
चार न करना भूल के
जी प्यार न करना भूल के
प्यार करोगे पछताओगे
ये दुनिया बदनाम करेगी
बदनाम करेगी
लाख करे बदनाम मोहब्बत
अपना ऊँचा नाम करेगी
ऐसे ऊँचे नाम का तुम
ब्योपार न करना भूल के
कभी किसी से अपनी आँखें
चार न करना भूल के
जी प्यार न करना भूल के
प्यार करेंगे नहीं डरेंगे
बिना प्यार के दुनिया क्या है
दुनिया क्या है
बिना प्यार की दुनिया सच्ची
प्यार की दुनिया में धोखा है
प्यार में धोखे की बातें
सरकार न करना भूल से
कभी किसी से
सब कुछ कहना ये मत कहना
प्यार न करना भूल के
नज़रें मिला के उल्फ़त से
इन्कार न करना भूल के
सब कुछ कहना ये मत कहना
प्यार न करना भूल के
नज़रें मिला के उल्फ़त से
इन्कार न करना भूल के $