हे हो धोए महोबे घाट धोबिया रे धोबिया कहां तुम्हारो - The Indic Lyrics Database

हे हो धोए महोबे घाट धोबिया रे धोबिया कहां तुम्हारो

गीतकार - कमाल अमरोही | गायक - सहगान, पुरुष स्वर, सरदार अख्तर | संगीत - मीर साहब | फ़िल्म - पुकार | वर्ष - 1939

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को : हे हो धोये महोबे घाट -२
स : धोबिया रे धोबिया
कहाँ तुम्हारो
यौनन कौनन
कहाँ तुम्हारो घाट
हे हो कहाँ तुम्हारो घाट -२
को : मिरज़ापुर में
औनन कौनन
कभी हमारो घाट
हे हो कभी हमारो घाट -३हैयो राम -६
धोये महोबे घाट
हे हो धोये महोबे घाटmale: हो
चाँदी की नदिया में धोबन की अंगिया -२
धोये रे धोये रे मस-मस धोतिया -२
चम-चम चमकेगी अंगिया पहन के -२
बरसेंगे चुन्दरी पे तारे गगन के -२को : धोये महोबे घाट
हे हो धोये महोबे घाट -३male: सुन्दरी रे सुन्दरी
सजो तुम्हारो
प्यारो जोबन
सजो तुम्हारो घाट
हे हो सजो तुम्हारो घाट -३
स : हमरा तुम्हरा बंधे रे पैंजन -२
चलें निराले ठाठ
हे हो चलें निराले ठाठ -२को : हैयो राम -६
धोये महोबे घाट
हे हो धोये महोबे घाटस : हो मोरे धोबिया की पगड़ी पुरानी -२
पगड़ी पुरानी क्यूँ धोये महारानी -२
male: पगड़ी की चुन्नट में अंगिया लिपट गई -२
धोबिया की गोदी में रानी सिमट गयी -२को : धोये महोबे घाट
हे हो धोये महोबे घाट -३हैयो राम -६
धोये महोबे घाट