मिल गई थंडक निगाहों को तेरे दीदार से - The Indic Lyrics Database

मिल गई थंडक निगाहों को तेरे दीदार से

गीतकार - | गायक - नूरजहां | संगीत - मास्टर अब्दुल्लाह | फ़िल्म - जिंदगी (पाकिस्तानी-फिल्म) | वर्ष - 1968

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( मिल गई ठण्डक निगाहों को तेरे दीदार से
हो सके तो आज दे आवाज़ मुझको प्यार से ) -२तुझसे मिली है ज़िंदगी तूने अता की रोशनी
नक़्श हैं दिल के मेरे तस्वीर तेरे प्यार की
प्यार वो शय तो नहीं जो मिल सके बाज़ार से
हो सके तो आज दे आवाज़ मुझको प्यार सेमिल गई मुझको ज़ुबाँ शौक़ है मेरा जवाँ
दौड़ कर तुझको बताऊँ मैं भला जाऊँ कहाँ
शेइख निस्बत है मुझे तेरे दर-ओ-दीवार से
हो सके तो आज दे आवाज़ मुझको प्यार सेलब पे है मेरे दुआ तू यूँ ही महके सदा
तारीकीयाँ बुझती रहें जलता रहे तेरा दिया
लोग मांगा ही करें ख़ुस्भू तेरे गुलज़ार सेहो सके तो आज दे आवाज़ मुझको प्यार से
मिल गई ठण्डक निगाहों को तेरे दीदार से
हो सके तो आज दे आवाज़ मुझको प्यार से