बलमा खुली हवा में, महकी हुई फिजा में - The Indic Lyrics Database

बलमा खुली हवा में, महकी हुई फिजा में

गीतकार - एस. एच. बिहारी | गायक - आशा भोसले | संगीत - ओ. पी. नय्यर | फ़िल्म - कश्मीर की कली | वर्ष - 1964

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बलमा खुली हवा में, महकी हुई फ़िज़ा में
दिल चाहता है मेरा बहकना इधर उधर
पग पग चलू बलखाती, खुद भी न जानू कहाँ
कहता है ये दिल मतवाला, आज अपना है सारा जहाँ
छुन छुन बोले मेरी पायल, आजा कहे सजना
आजा के ये सारे नजारें, सैय्या फिके हैं तेरे बिना