तारों की जुबान पर है मुहब्बत की कहानी - The Indic Lyrics Database

तारों की जुबान पर है मुहब्बत की कहानी

गीतकार - परवेज शम्सी | गायक - मोहम्मद रफ़ी, लता मंगेशकर | संगीत - सी रामचंद्र | फ़िल्म - नौशेरवान-ए-आदिली | वर्ष - 1957

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#ळत:#
तारों की ज़ुबाँ पर है मुहब्बत की कहानी
ऐ चाँद मुबारक हो तुझे रात सुहानी#Bओथ:#
तारों की ज़ुबाँ पर है मुहब्बत की कहानी
ऐ चाँद मुबारक हो तुझे रात सुहानी#ऱफ़ि:#
कहते हैं जिसे चाँदनी है नूर-ए-मुहब्बत -२
#ळत:#
तारों से सुनेहरी है हमेशा तेरी क़िस्मत -२
#ऱफ़ि:#
जा जा के पलट आती है फिर तेरी जवानी
#Bओथ:#
ऐ चाँद मुबारक हो तुझे रात सुहानी#ऱफ़ि:#
छाया हुआ दुनिया पे मुहब्बत का असर है -२
#ळत:#
कहते हैं जिसे चाँद मेरा दाग़-ए-जिगर है -२
#ऱफ़ि:#
तारों से कहा करता है ये दिल की कहानी
#Bओथ:#
ऐ चाँद मुबारक हो तुझे रात सुहानी#ऱफ़ि:#
हम हो न हो दुनिया यूँ ही आबाद रहेगी -२
#ळत:#
ये ठण्डी हवा और ये फ़िज़ा याद रहेगी -२
#Bओथ:#
रह जाएगी दुनिया में मुहब्बत की निशानी
#Bओथ:#
ऐ चाँद मुबारक हो तुझे रात सुहानी