कसम है तुझे महफिल - The Indic Lyrics Database

कसम है तुझे महफिल

गीतकार - वर्मा मलिक | गायक - किशोर कुमार, उषा खन्ना | संगीत - उषा खन्ना | फ़िल्म - दीदार | वर्ष - 1970

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आ : क़सम है तुझे महफ़िल की
मैं नाचूँ तू पी
मैं नाचूँ तू
कि : हिक
बिलि बिलि बप्पा ब बप्पा -६पीने से पिलाने से पैमाने से मयख़ाने से
बेगाने से ज़माने से तू बच बचा -२कि : हे जवानी में कभी किस किस किस हे हे हो हो हे हे
जवानी में कभी किसी से आँख न लड़ा
आँख लड़ जाए तो भी दिल ना मिला
दिल मिल जाए भी तो शोर न मचा
मीठे-मीठे वादों पे तू सबको नचा
आ : क्यूँ
कि : क्यूँ क्या
यहाँ दिल भी बुरा है दिलदार भी बुरा
इकरार भी बुरा है इनकार भी बुरा -२
आ : पीने
कि : से
आ : पिलाने
कि : से
आ : पैमाने
कि : से
आ : मयख़ाने
कि : से
बेगाने से ज़माने से तू बच बचा -२
आ : बिलि बिलि बप्पा ब बप्पा -६कि : अरे दिल दे कोई तो -३ हे हे हो हो हे
अरे दिल दे कोई तो दिल तोड़ दो बेशक़
आँख जो मिलाए आँखें फोड़ दो बेशक़ हू हू
फूल ना खिले तो टहनी मोड़ दो बेशक़
बुरी दुनिया है इसे छोड़ दो बेशक़
आ : किसलिए
कि : किसलिए क्या
नेक नाम भी बुरा बदनाम भी बुरा
आग़ाज़ भी बुरा है अंजाम भी बुरा -२
पीने से पिलाने से ...