किसी की आंख के आंसू हैं सितारे ना कहो - The Indic Lyrics Database

किसी की आंख के आंसू हैं सितारे ना कहो

गीतकार - इन्दीवर | गायक - लता मंगेशकर | संगीत - रोशन | फ़िल्म - आगोश | वर्ष - 1953

View in Roman

किसी की आँख के आँसू है, सितारे न कहो
नज़र का धोका है तुम, इनको नज़ारे न कहोये मुरव्वत हैं जो मिलते हैं, मोहब्बत तो नहीं
वो किसी और के हैं, उनको हमारे न कहो
नज़र का धोका है तुम, इनको नज़ारे न कहोलगी जो ठीक ही मौजों की खेल ? में टूट पड़े
घनी(थमी ?) घनी से ये तूफ़ाँ है, किनारे न कहो
नज़र का धोका है तुम, इनको नज़ारे न कहो