नया नैनन में रंग नई उथी उमंगो - The Indic Lyrics Database

नया नैनन में रंग नई उथी उमंगो

गीतकार - डी एन मधोकी | गायक - सुरैया | संगीत - खुर्शीद अनवर | फ़िल्म - सिंगार | वर्ष - 1949

View in Roman

( नया नैनों में रंग नई उठी उमंग
जिया बोले मीठी बानी
एक तुम हो साथ दूजे हाथ में हाथ
तीजे शाम सुनानी ) -२( शाम के प्यारे रंगों में आवो
आवो जी छिप-छिप जायें ) -२
( ढूँढा करें ढूँढने वाले
हम हाथ न आयें ) -२
मदमस्त हवायें हमें ले के वहाँ जायें
जहाँ निस की जवानीएक तुम हो साथ दूजे हाथ में हाथ
तीजे शाम सुनानी
नया नैनों में रंग नई उठी उमंग
जिया बोले मीठी बानी
एक तुम हो साथ दूजे हाथ में हाथ
तीजे शाम सुनानीदिन से दुगनी रात से तिगनी शाम हमारी हो जाये -२
ढलता सूरज उगता चंदा रात तलक खो जाये -२
चरनों में बलम तोरे पड़े रहें हम यूँ बितायें ज़िंदगानीएक तुम हो साथ दूजे हाथ में हाथ
तीजे शाम सुनानी
नया नैनों में रंग नई उठी उमंग
जिया बोले मीठी बानी
एक तुम हो साथ दूजे हाथ में हाथ
तीजे शाम सुनानी