जिसके झूठ सपनों में तुम हो - The Indic Lyrics Database

जिसके झूठ सपनों में तुम हो

गीतकार - जावेद अख्तर | गायक - श्रीनिवास, अनुराधा पौडवाल | संगीत - जतिन, ललित | फ़िल्म - राजा को रानी से प्यार हो गया | वर्ष - 2000

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जिसके लिए सपनों में तुम हो
जिसके लिए सपनों में गुम हो
देखो पिया वो मैं ही तो हूँ
याद आया क्या मैं खुद क्या बोलूं
तुमने मुझे चाहा है सदा
जिसके लिए सपनों ...तुम्हारे ख्वाबों में गूंजे वो राग हूँ मैं
तुम्हारे दिल में है जो वो मीठी मीठी आग हूँ मैं
मैं तुम्हारी कल्पना हूँ कह रहा है जिया
सुनों ना पिया
जिसके लिए सपनों ...ये पल अनोखा है समय की राहों में
जो कल था ख्वाबों में है अब निगाहों में
जिसने मेरे सपनों में है रंग सा भर दिया
वही मिल गयाजिस शोख का दीवाना हूँ मैं
जिस शमा का परवाना हूँ मैं
सच है प्रिया वो तुम ही तो हो
शक़ इसमें क्या वो तुम ही तो हो
मैने जिसे चाहा है सदा
सच है प्रिया