अब नाम मोहब्बत के - The Indic Lyrics Database

अब नाम मोहब्बत के

गीतकार - विनोद महिंदता | गायक - उदित नारायण आंड अलका याज्ञिक | संगीत - जतिन ललित | फ़िल्म - ग़ुलाम | वर्ष - 1998

Song link

View in Roman

अब नाम मोहब्बत के इल्ज़ाम तो आया है
तुम जो भी सज़ा दे दो, सर हमने झुकाया है

[तुमने ही हँसी दी थी, तुमने ही रुलाया है ] x २
क्या प्यार में सोचा था ?
[क्या प्यार में पाया है ? ] x २

तुम जो भी हमें समझो
पर तुमको सदा सराहेंगे हम
बेगुनाह जो हमे ठहराए
लब्ज़ ऐसे कहाँ पाएँगे हम ?
उम्मीद ना थी इसकी, जो सामने आया है
तुम जो भी सज़ा दे दो
[सर हमने झुकाया है ] x २

एक प्यार के मुजरिम से
उलफत भी करें तो कैसे करें ?
तुम्हें टूटके चाहा था
नफ़रत भी करे तो कैसे करें ?
जो पार हमें करता, उसने ही डुबाया है
क्या प्यार में सोचा था ?
क्या प्यार में पाया है ?

अब नाम मोहब्बत के इल्ज़ाम तो आया है
तुम जो भी सज़ा दे दो
[सर हमने झुकाया है ] x ३