ये रातें नई, पुरानी - The Indic Lyrics Database

ये रातें नई, पुरानी

गीतकार - आनंद बख्शी | गायक - लता मंगेशकर | संगीत - राजेश रोशन | फ़िल्म - बेईमान | वर्ष - 1972

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ये रातें नई, पुरानी
आते, आते जाते, कहती हैं कोई कहानी
आ रहा है देखो कोई
जा रहा है देखो कोई
सब के दिल हैं, जागे जागे
सब की आँखें, खोई खोई
ख़ामोशी करती हैं बातें
क्या समा है, जैसे ख़ुश्बू
उड़ रही हो कलियों से
गुज़री हो निंदिया में
पलकों की गलियों से
सुंदर सपनों की बारातें
कौन जाने कब चलेंगी
किस तरफ से ये हवाएँ
साल भर तो याद रखना
ऐसा ना हो भूल जाए
इस रात की मुलाक़ातें