तेरे विशाल हृदय ने पाई सातों सागर की गहराई - The Indic Lyrics Database

तेरे विशाल हृदय ने पाई सातों सागर की गहराई

गीतकार - इन्दीवर | गायक - किशोर कुमार | संगीत - कल्याणजी, आनंदजी | फ़िल्म - मानवता | वर्ष - 1972

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तेरे विशाल हृदय ने पाई सातों सागर की गहराई
सात रंग से सुन्दर तुझको रंग मिला
सारे सुख मिल जाएँगे मुझको कहीं जो तेरा संग मिला
तेरे विशाल हृदय ...सातों गगन तेरी आँखों में सात सुरों का रस बातों में
ताल में डूबी चाल को तेरी जलतरंग का ढंग मिला
सारे सुख मिल जाएँगे ...एक बड़ी तुझमें अच्छाई प्यार में तेरे है सच्चाई
मदिरा भी तू गंगाजल तू ही तुझको अनोखा अंग मिला
सारे सुख मिल जाएँगे ...