रमैया राम रमैया ओ मेरे किशन कन्‍हय्या: - The Indic Lyrics Database

रमैया राम रमैया ओ मेरे किशन कन्‍हय्या:

गीतकार - समीर | गायक - सुखविंदर सिंह | संगीत - विजू शाह | फ़िल्म - कैसे कहूं के... प्यार है | वर्ष - 2003

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को : ( रमैया राम रमैया
रमैया किशन कन्हैया ) -२
सु : ( ओ मेरे किशन कन्हैया
ओ मेरे राम रमैया ) -२
फँसी है भव-सागर के बीच में आ के ( इस जीवन की नैया ) -२
( लगा दे पार खेवैया
ओ मेरे किशन कन्हैया ) -२
को : ( रमैया राम रमैया
रमैया किशन कन्हैया ) -२सु : ओ सतकर्मों के पथ पे चलें हम दुष्कर्मों से हमको बचाना
मोह-माया में भटक ना जाएँ हमको सीधी राह दिखाना
( ये जग है भूल-भुलैया
एक तू राह दिखैया ) -२
फँसी है भव-सागर के बीच में आ के ( इस जीवन की नैया ) -२
( लगा दे पार खेवैया
ओ मेरे किशन कन्हैया ) -२
को : ( रमैया राम रमैया
रमैया किशन कन्हैया ) -२सु : ओ गिरधारी मदन-मुरारी सब तेरे ही दर पे आते
कोई खाली हाथ गया ना सारे झोली भर के जाते
( ग्वालों संग गाय-चरैया
सुनो बलराम कन्हैया ) -२
फँसी है भव-सागर के बीच में आ के ( इस जीवन की नैया ) -२
( लगा दे पार खेवैया
ओ मेरे किशन कन्हैया ) -२
को : ( रमैया राम रमैया
रमैया किशन कन्हैया ) -२सु : ओ सबके दाता भाग्य विधाता तूने सबकी बिगड़ी बनाई
जिसने तुझको दिल से पुकारा तूने सुनी है उसकी दुहाई
( मेरी भी सुन ले दुहैया
ओ मेरे रास-रचैया ) -२
फँसी है भव-सागर के बीच में आ के ( इस जीवन की नैया ) -२
( लगा दे पार खेवैया
ओ मेरे किशन कन्हैया ) -२
को : ( रमैया राम रमैया
कन्हैया किशन कन्हैया ) -१२