जान ए मन तुझको जो पाया प्यार ने जीना सिखाया - The Indic Lyrics Database

जान ए मन तुझको जो पाया प्यार ने जीना सिखाया

गीतकार - फ़ैज़ अनवरी | गायक - आशा भोंसले, के के | संगीत - मिलिंद सागर | फ़िल्म - ख्वाहिश | वर्ष - 2003

View in Roman

के : जान-ए-मन तुझको जो पाया
प्यार ने ( जीना सिखाया ) -२
आ : धड़कन में तू रहने लगा
दिल ये मेरा कहने लगा
तू मेरा प्यार है -२
के : जान-ए-मन तुझको जो पाया
प्यार ने ( जीना सिखाया ) -२तुझको
आ : तुझको
के : नज़र में बसा लूँ
आ : बसा लूँ
के : आजा गले से लगा लूँ
तुझको नज़र में बसा लूँ
आजा गले से लगा लूँ
आ : कुछ होश पहले आने तो दो
के : ये बेख़ुदी मेरी जाने तो दो
आ : ये बे ख़ुदी ना जाने क्या करे
के : जान-ए-मन तुझको जो पाया
प्यार ने ( जीना सिखाया ) -२आ : पा के
के : पा के
आ : मुझे ना खोना तू
के : ना खोना तू
आ : मिल के जुदा ना होना तू
पा के मुझे ना खोना तू
मिल के जुदा ना होना तू
के : क़िस्मत में क्या है किसको ख़बर
आ : तू साथ देना ऐ हमसफ़र
के : तेरे बिना मैं जी नहीं सकूँगा
के : जान-ए-मन तुझको जो पाया
प्यार ने ( जीना सिखाया ) -२
आ : धड़कन में तू रहने लगा
दिल ये मेरा कहने लगा
तू मेरा प्यार है -२